शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने शिअद-बसपा गठबंधन के 13 सूत्रीय ‘‘ विकसित पंजाब’’ , पंजाबियों को प्रोत्साहन दो कार्यक्रम का विमोचन किया, जिसमें व्यापारियों, ईडीसी एवं रजिस्ट्री शुल्क में पचास फीसदी की कटौती, छोटे व्यापारियों के लिए जीवन, स्वास्थ्य एवं अग्रिम बीजा के साथ साथ पेंशन योजना, नए उद्यमियों को पांच लाख रूपये ब्याज मुक्त कर्ज, पांच रूपये प्रति यूनिट की दर से बिजली आपूर्ति का आश्वासन और लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी। यहां उद्योग और व्यापार की एक मीटिंग में जिसमें बहुत संख्या में उद्यमियों ने भाग लिया में कार्यक्रम की घोषणा करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा ‘‘ अकाली दल का इस बारे स्पष्ट नजरिया है कि पंजाब व्यापार और औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देकर अगले स्तर तक प्रगति कर सकता है। हमें घरेलू उद्योग को विकसित करके इसके विकास में आने वाली बाधा को दूर करके पंजाबियों की उद्यमी भावना पर भरोसा करना चाहिए’’। यह कहते हुए कि यह राज्य के इतिहास में पहली बार होगा कि औद्योगिक और व्यापार क्षेत्र को अपनी नीतियां बनाने का अवसर मिलेगा, सरदार बादल ने कहा कि एक सलाहकार बोर्ड की स्थापना की जाएगी जो छोटे व्यापारियों और एमएसएमई क्षेत्र के नए मंत्रालय की नीतियां तैयार करेगा। ‘‘ शिअद-बसपा सरकार बनने के बाद हमारे उददेश्य लालफीताशाही को खत्म करना और केवल स्वघोषणा पर भरोसा करना है’’। उन्होने यह भी घोषणा की कि व्यापार और उद्योग को 25 लाख रूपये से कम के कारोबार के लिए कोई बहीखाता नही रखना होगा। ‘‘ ‘‘उनसे केवल एक छोटा सा एकमुश्त शुल्क लिया जाएगा’’। एक अन्य ऐतिहासिक निर्णय में अकाली दल अध्यक्ष ने घोषणा की कि बिल्ड पंजाब एजेंसी स्थापित की जाएगी जो न केवल रियल एस्टेट क्षेत्र के कामकाज को विनियमित करेगी, बल्कि पैंतालीस दिनों के समयबद्ध तरीके से सभी मंजूरी जारी करेगी। उन्होने यह भी घोषणा की कि अचल संपति गतिविधि को प्रोत्साहन करने के लिए बाहरी विकास शुल्क(ईडीसी) के साथ साथ रजिस्ट्री शुल्क आधा हो जाएगी। उन्होने कहा कि निर्माण गतिविधि को बढ़ावा देने के लि ईडीसी को रजिस्ट्री पर प्रति वर्ग फुट के आधार पर चार्ज किया जाएगा। ‘‘ हम उद्योग को औद्योगिक सपंदा बनाए रखने की भी अनुमति देंगें और सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए इस पहल का वित्तपोषण करेगी कि औद्योगिक संपदाओं में आवश्यक विकास पर निर्णय लेते हुए उद्योगों को पहल दी जाएगी’’। यह कहते हुए उन्होने शहरों में कार्यक्रम के दौरान उन छोटे व्यापारियों से बातचीत की तथा उनके दर्द को समझते हुए सरदार बादल ने कहा कि हम छोटे व्यापारियों के साथ साथ सूक्ष्म और लद्यु उद्योगों के लिए 10-10 लाख रूपये जीवन बीमा, स्वास्थ बीमा और अग्नि बीमा योजना लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैे। हम छोटे व्यापारियों के लिए पेंशन योजना शुरू करेंगें और राज्य इस दिशा में योगदान देगा। सरदार बादल ने कहा कि अगली शिअद-बसपा गठबंधन सरकार भी उद्योगों को राहत देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो कोविड महामारी की अवधि के दौरान प्रभावित हुए थे। उन्होने कहा कि राज्य बैंकों को बकाया पांच प्रतिशत सब्सिडी देगा, इसके अलावा 50लाख रूपये की कार्यशील पूंजी सीमा पर पांच प्रतिशत ब्याज में छूट की पेशकश करेगा। ‘‘ नए उद्यमियों खासतौर महिलाएं और नौजवान जो ब्यूटी पार्लर यां बुटीक जैसे छोटे व्यापार शुरू करना चाहती हैं उन्हे पांच लाख रूपये का ब्याज मुक्त कर्ज दिया जाएगा’’। औद्योगिक क्षेत्र में खुशियां बिखेरते हुए सरदार बादल ने घोषणा की कि अगली शिअद-बसपा सरकार औद्योगिक क्षेत्र के साथ साथ छोटे व्यापारियों को पांच रूपये प्रति यूनिट की दर से बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करेगी। उन्होने यह भी घोषणा की कि बड़े उद्योग के साथ साथ फोकल प्वांइट को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए अपने स्वयं के सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने की अनुमति दी जाएगी। औद्योगिक क्षेत्र को विस्तार के लिए प्रोत्साहित करने के लिए विशेष प्रोत्साहन दिए जाएंगें। बादल ने यह भी घोषणा की कि 200एकड़ जमीन में इस औद्योगिक हब के पास एक कौशल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी। ‘‘ हमारा उददेश्य एक बार में 25 हजार लोगों को कौशल प्रदान करना है । इसे साकार करने के लिए हम क्षेत्र के अन्य उद्योगों के अलावा मोटर साइकिल, साइकिल और होजरी सहित विभिन्न उद्योगों के साथ गठजोड़ करेंगें ताकि उनके लिए बहुत संख्या में लोगों को प्रशिक्षित किया जा सके’’। इस मीटिंग का आयोजन शिरोमणी अकाली दल के व्यापार और उद्योग विंग के अध्यक्ष एन के शर्मा ने पंजाब तबाह हो रहे उद्योग के अध्यक्ष अशोक मक्कड़ और शिअद अध्यक्ष के औद्योगिक सलाहकार गुरमीत कुलार के सहयोग से किया। 3 घंटे के सत्र के दौरान अकाली दल अध्यक्ष ने न केवल व्यापारियों और उद्योगपत्तियों के दर्जनों सवालों के जवाब दिए , बल्कि उन्हे राज्य के समावेशी विकास के लिए अपना दृष्टिकोण बताया। अन्य लोगों के अलावा अनिल जोशी ने भी सभा को संबोधित किया। इस अवसर पर अकाली दल अध्यक्ष के साथ हीरा सिंह गाबड़िया, महेश इंदर सिंह ग्रेवाल, डॉ. दलजीत सिंह चीमा, हरीश राय ढ़ांडा, प्रीतपाल सिंह पाली, आर डी शर्मा तथा कमल चेतली सहित वरिष्ठ नेता शामिल हुए।