यशपाल शर्मा, लुधियाना भारतीय जनता पार्टी की ओर से आज पंजाब की मौजूदा प्रदेश कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए पहली बार 40 फीसदी सिख चेहरों को अहम पदों पर तरजीह दे दी गई है। पार्टी के इस अहम फैसले से साफ हो गया है कि पंजाब में भाजपा नए बदलाव की ओर कदम बढ़ा रही है। बीते विधानसभा चुनाव में कईं दिग्गज नेता कांग्रेस व शिरोमणि अकाली दल छोड़ कर भाजपा का हिस्सा बने थे और उनकी एडजस्टमेंट व सिख वोटरों का भाजपा के प्रति झुकाव बढ़ाने की रणनीति इस नई कार्यकारिणी के गठन में साफ तौर पर दिखाई दे रही है। इस सूची ने एक बात ओर साफ कर दी है कि भले ही किसी भी पार्टी का दिग्गज नेता भाजपा में आए लेकिन प्रदेश कार्यकारिणी की कमान भाजपा व आरएसएस से जुडे़ नेता के हाथ में ही रहनी है। कांग्रेस के दो दिग्गज नेता जिनमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे सुनील जाखड़ काे प्रदेश की कमान देने की बजाय भाजपा ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी का हिस्सा बना उन्हें वहां एडजस्ट कर दिया। जबकि पंजाब की कमान पहले की तरह ही पार्टी के सीनियर नेता व पठानकोट से विधायक अश्वनी शर्मा को ही थमाई गई है। जबकि इस विस्तार में कईं दिग्गजों को अहम पदों से हटाया गया है और कुछ एक की इस कार्यकारिणी से छुटटी तक कर दी गई है। प्रदेश महामंत्री के पद पर केवल जीवन गुप्ता जो की अश्वनी शर्मा के बेहद करीबी हैं, पहले की तरह बने रहेंगे, जबकि उनके साथ लुधियाना से बिक्रमजीत सिंह चीमा (खन्ना के पूर्व जिला प्रधान) , गुरप्रीत सिंह कांगड (पूर्व विधायक कांग्रेस), राजेश बग्गा व मोना जायसवाल को महामंत्री नियुक्त किया गया है। जबकि इससे पहले महासचिव के पद पर काम कर रहे सुभाष शर्मा व दयाल सोढ़ी को वाइस प्रेसीडेंट बना दिया गया है, जबकि लुधियाना से भाजपा नेता प्रवीण बांसल को नए विस्तार में बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। जबकि प्रदेश की नई टीम में कांग्रेस में विधायक रहे गुरप्रीत सिंह कांगड़, राजकुमार वेरका व फतेहजंग सिंह बाजवा को प्रदेश वाइस प्रेसीडेंट का जिम्मा दिया गया है। वहीं लुधियाना की सेंट्रल सीट से चुनाव लड़ने वाले गुरदेव शर्मा देबी पहले की तरह कैशियर के पद पर बने रहेंगे। टीम में शामिल नेताओं का ब्यौरा नीचे सूची में दिया गया है। लेकिन पार्टी ने प्रदेश युवा मोर्चा की कमान पहली बार सिख चेहरे को दी है। ये कमान अब इंजीनियर कंवरवीर सिंह टोहड़ा देखेंगे। विस्तार के तहत एलानी गई मौजूदा प्रदेश कार्यकारिणी लोकसभा चुनाव 2024 तक कमान संभालेगी।
For The First Time 40 Percent Sikh Faces In The Expansion Of Bjp State Executive