अपने सीएम चन्नी का धन्यवाद कहना, मैं जिंदा लौट पाया- पीएम मोदी

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यशपाल शर्मा, लुधियाना


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बठिड़ा एयरपोर्ट अधिकारियों को जमकर लताड़ा और कहा कि वे अपने सीएम चन्नी का धन्यावाद कहना कि मैं जिंदा लौट पाया। इससे साफ है कि देश के प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में हुई चूक से वे कितने आहत हैं। गौर हो कि फिरोजपुर रैली स्थल से करीब 25 किलोमीटर की दूसरी पर पीएम के काफिले को रोक लिया गया और यहां करीब 20 मिनट तक उनका काफिला सड़क पर रुका रहा। यहां कुछ लोग जो किसान बताए जा रहे हैं, उनकी ओर से सड़क पर बैठ प्रदशर्न कर रहे थे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड़डा ने भी साफ किया कि वे इस मामले में सीम चन्नी से फोन पर बात करना चाहते थे, लेकिन वे फोन लाइन पर ही नहीं आए। यहां से रैली को रदद कर वापिस बठिंड एयरपोर्ट पहुंचने पर उन्होंने एयरपोर्ट पर मौजूद पंजाब सरकार के अधिकारियों को भी लताड़ा और कहा कि अपने सीएम को कह देना, मैं जिदा लौट पाया हूं। पीएम के इन शब्दों से साफ है कि इस दौरे में उनकी जान को भी कहीं न कहीं खतरा था। मिनिस्ट्री आफ होम ने पंजाब सरकार से पूछा है कि उनकी ओर से एक रोड़ जाम करने पर प्लान बी क्यों नहीं बनाया गया था। जबकि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने पीएम के काफिले को बीच सड़क पर रोकने मामले में सिक्योरिटी में किसी तरह की चूक होने से इंकार किया है। चन्नी का कहना है कि पीएम का पूरा कार्यक्रम हवाई जाहज व चौपर का था। एकाएक बारिश के चलते सुबह में बठिंडा से फिरोजपुर तक बाया रोड प्लान फाइनल कर दिया गया। एक निजी चैनल को दिए गए बयान पर सीएम ने कहा कि जिस भाजपा की रैली में पीएम जा रहे थे, वहां 80 हजार कुसिर्यां लगा दी गई। जबकि वहां केवल 700 लोग पहुचे, जो रैली रदद करने व पीएम के वापिस लौटने की अहम वजह है। चन्नी का दावा है कि एक दिन पहले सभी रुट क्लियर करवा दिए गए थे।


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इससे पहले पीएम विमान से बठिंडा पहुंचे। यहां पंजाब सरकार की ओर से वित्त मंत्री मनप्रीत बादल ने उनका स्वागत किया। यहां से वह बारिश के कारण सड़क मार्ग के जरिए फिरोजपुर के लिए रवाना हुए। पहले पीएम मोदी को बठिंडा एयरपोर्ट पर उतरने के बाद हेलीकाप्टर से पहुंचना था, लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलीकाप्टर उड़ान नहीं भर सका। इस कारण मौके पर ही उनके लिए रूट का प्रबंध किया गया। रास्ते में कुछ लोगों ने मार्ग अवरुद्ध कर दिया। इसे केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पीएम की सुरक्षा में चूक माना है और पंजाब सरकार से जवाब मांगा है एएनआइ के मुताबिक सुबह पीएम बठिंडा पहुंचे, जहां से उन्हें हेलिकाप्टर से हुसैनीवाला स्थित राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था, पर बारिश और खराब दृश्यता के कारण पीएम ने लगभग 20 मिनट तक मौसम साफ होने का इंतजार किया। जब मौसम में सुधार नहीं हुआ, तो यह तय किया गया कि वह सड़क मार्ग से राष्ट्रीय मेरीटर्स मेमोरियल का दौरा करेंगे, जिसमें 2 घंटे से अधिक समय लगेगा। डीजीपी पंजाब पुलिस द्वारा आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था की पुष्टि के बाद वह सड़क मार्ग से यात्रा करने के लिए आगे बढ़े। हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक से लगभग 30 किलोमीटर दूर, जब पीएम का काफिला एक फ्लाईओवर पर पहुंचा तो देखा कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने सड़क को अवरुद्ध कर दिया है। पीएम 15-20 मिनट फ्लाईओवर पर फंसे रहे। गृह मंत्रालय के मुताबिक पीएम की सुरक्षा में यह बड़ी चूक थी। प्रधानमंत्री के कार्यक्रम और यात्रा की योजना के बारे में पंजाब सरकार को पहले ही बता दिया गया था। इस सुरक्षा चूक के बाद, बठिंडा हवाई अड्डे पर वापस जाने का निर्णय लिया गया। गृह मंत्रालय (एमएचए) का कहना है कि वह इस गंभीर सुरक्षा चूक का संज्ञान ले रहा है और राज्य सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। राज्य सरकार को भी इस चूक की जिम्मेदारी तय करने और सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है। बता दें, पीएम मोदी को फिरोजपुर से 42,750 करोड़ रुपये के प्रोजेक्टों का नींव पत्थर रखना था। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी रैली में पहुंचे। बारिश के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रैली में शामिल नहीं हुए। हालांकि अन्य नेताओं का मंच से भाषण चल रहा है।


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