यशपाल शर्मा, लुधियाना कोविड-19 महामारी के चलते जहां सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं और वहीं इससे निकलने वाले कोविड वेस्ट भी इन अस्पतालों के लिए बड़ी चिंता का कारण बनती दिख रही हैं। जानकारी मुताबिक कोविड वेस्ट के रेट फिक्स करने के कारण ये पूरा पूरा विवाद खड़ा हुआ है। जानकारी मुताबिक कोविड वेस्ट उठा रही कंपनी की ओर से 50 से 100 रुपए किलो रेट चार्ज करने की बात कही जा रही है, लेकिन अस्पताल इन रेटों के उल्ट खडे़ हो गए हैं । जिन अस्पतालों की ओर से अपने भीतर कोविड बैड की व्यवस्था की गई है, उनमें बॉयो मेडिकल वेस्ट के साथ साथ कोविड वेस्ट भी रोजाना बड़ी मात्रा में निकलना शुरु हो गया है। अस्पतालों की माने तो उनका कहना है कि कोरोना के चलते उनके अस्पताल में ओपीडी व दूसरे सर्जरी सेक्शन में मरीज 15 से 20 फीसदी रह गया है और इससे उनका बिजनेस बुरी तरह से हिल गया है। अस्पतालों से बॉयोमेडिकल वेस्ट उठाने वाली कंपनी मेडिकेयर की ओर से पिछले कुछ महीनों से कोविड वेस्ट को उठाया जा रहा है, लेकिन उक्त कंपनी की ओर से अब इस वेस्ट के एवज में प्रति किलो फीस चार्ज करने की बात सामने आ रही है। अब यही मुददा कोविड केयर अस्पतालों के लिए बड़ा इश्यू बनता दिखाई दे रहा है। अस्पतालों का कहना है कि वे मेडिकेयर को बायो मेडिकल वेस्ट के तौर पर प्रति बैड के लिहाज से पेमेंट अदायगी कर रहे हैं और अब अगर प्रति किलो मोटा रेट पर उन पर थोंपा जाता है तो वे इसकी अदायगी नहीं कर पाएंगे। असल में उक्त मामले में बीते दिनों कुछ डाक्टर्स की ओर से डीसी को भी शिकायत की गई थी और उनकी ओर से ये मामला एडीसी संदीप कुमार को सौंप दिया गया है। वहीं पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की ओर से उक्त वेस्ट की हैंडलिंग को लेकर कुछ अस्पतालों को नोटिस भी जारी कर दिए हैं। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे इन अस्पतालों की ओर से अपने नोटिस में बायो मेडिकल वेस्ट में कोविड वेस्ट मिक्स करने की बात कही जा रही है और अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई करने की धमकियां भी दी जा रही हैं। ---------- लुधियाना में इस समय सीएमसी, डीएमसी, फोर्टिस, अपोलो, लाइफलाइन, दीप अस्पताल सहित कईं अस्पताल कोविड बैड की सुविधा लोगों को दे रहे हैं। इसके चलते इन अस्पतालों से कोविड वेस्ट भी काफी मात्रा में जनरेट हो रहा है। केवल लुधियाना में प्रतिदिन 3 से 4 टन के आसपास ये वेस्ट निकल रहा है। डीएमसी अस्पताल मेडिकेयर को करीब 1600 बैड का 5.90 रुपए प्रति बैड के लिहाज से 365 दिन का चार्ज दे रही है और इसी लिहाज से अन्य अस्पताल भी अपनी कपैस्टी के हिसाब से बायो मेडिकल वेस्ट का खर्च चुकाती है। अस्पतालों का मानना है कि वे प्रति किलो बाजिब रेट तो कोविड वेस्ट के लिए दे सकते हैं, लेकिन अधिक रेट वे अदा नहीं कर सकते। --- कंपनी लुधियाना सहित चार जिलों से बायो मेडिकल व कोविड वेस्ट उठा रही है। उनकी कंपनी पिछले पांच महीने से प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों से कोविड वेस्ट उठा रही है और इसके लिए अभी तक उनकी ओर से कोई बिलिंग नहीं की गई है। इसके रेट अभी तय किए जाने हैं। उन्होंने बताया कि ये वेस्ट लगातार बढ़ता जा रहा है और जिस तरह से अन्य स्टेट की ओर से कोरोना वेस्ट के रेट तय किए हैं, उसी लिहाज से यहां भी ये रेट तय करने की मांग हम कर रहे हैं। बिना पैसे के हम भी अधिक देर तक ये वेस्ट नहीं उठा पाएंगे। सुनील अग्रवाल, लुधियाना हैड मेडिकेयर. -- कोविड़ वेस्ट की हैंडलिंग करना हमारा अहम लक्ष्य है और इसके लिए हम अस्पतालों को कह रहे हैं। हमारी ओर से रेट तय करने के लिए किसी अस्पताल को नहीं कहा जा रहा। कोविड वेस्ट को नियमों के तहत डिस्पोज किया जाए, इसे लेकर कुछ अस्पतालों को नोटिस दिए गए हैं। गुलशन राय, चीफ इंजीनियर पीपीसीबी