यशपाल शर्मा, लुधियाना सरकारी स्तर पर भले ही कोरोनावॉयरस संक्रमितों को बचाने के लिए जिंदगियां दांव पर लगने वाले डाक्टरों, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ का मनोबल बढ़ाने के लिए कितने ही बडे़ बडे़ दावें किए जा रहे हों, लेकिन इन दावों के पीछे क्या सच्चाई इसकी आज पोल सिविल अस्पताल के डाक्टरों व मेडिकल स्टाफ ने खोल कर रख दी। जिला सेहत विभाग की नाक तले व एसएमओ की अगुवाई में सिविल अस्पताल के डाक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ सहित सफाई कर्मियों को घटिया पीपीई किट व मास्क देकर उन्हें कोरोना वॉयरस के खिलाफ जंग के मैदान में उतारा जा रहा है। हालात ऐसे हैं कि इसी लापरवाही के चलते अस्पताल के चार मुलाजिम कोरोना पाजिटिव आ चुके हैं, लेकिन इसके बावजूद सरकारी व्यवस्था टस से मस तक नहीं हो पाई है। दाे बार लिखित शिकायत देने के बावजूद समस्या का हल न होते देख आज सिविल अस्पताल के डाक्टरों व अन्य स्टाफ का सब्र का बांध टूट गया और वे आज सिविल अस्पताल में इस घटिया पीपीई किट व 95 मास्क का सच मीडिया के समक्ष लेकर पेश हो गए। जिस लिहाज से उन्होंने घटिया मास्क मीडिया को दिखाए तो उससे साफ पता चला कि अच्छी कीमत पर खरीदे जाने वाले मॉस्क कितने घटिया मैटीरियल से तैयार किए गए हैं और इसमें कैसे लाखों रुपए के घाेटाले को भी अंजाम दिया जा रहा है। इस दौरान स्टाफ ने सेहत विभाग व पंजाब सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की और डिमांड करते कहा कि उन्हें अच्छे मैटीरियल सामान उपलब्ध करवाया जाए। उन्होंने कहा कि हम पहले ही इस महामारी के चलते लोगों की सेवा कर रहे हैं लेकिन सरकार हमें अच्छा सामान मुहैया नहीं करवा रही उन्होंने कहा कि कुछ टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज उन्हें गलत माल भेज रही हैं उन्होंने कहा कि संघर्ष के लिए उन्हें आज अस्पताल में धरने पर बैठना पड़ रहा है।
Civil Hospital Docters And Staff Protest Against Cheap Quality Mask And Ppe Kit