यशपाल शर्मा, लुधियाना पानी, हवा, धरती व सांस किसी भी फैक्ट्री में नहीं बन सकता और इनके पोल्यूशन में कितने भी सांइटिस्ट व डाक्टर किसी की जान नहीं बचा सकते। प्रदूषण दूर करने को बडे़ कदम उठाने के लिए बिजनेसमैन, सरकार, पब्लिक व साइंटिस्ट को एकसाथ आगे आना होगा। ये बात पंजाब एग्रीकल्चर खेतीबाड़ी यूनिवर्सिटी में पंजाब पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की ओर से एक वर्कशॉप के साथ-साथ अवेयरनेस प्रोग्राम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के चेयरपर्सन व जस्टिस आदर्श कुमार गोयल ने कही। अपनी स्पीच में जस्टिस गाेयल ने कैलाश नगर व सुभाष नगर के आसपास सड़क किनारे लगे कूडे़ के ढेर को लेकर भी निगम की कारगुजारी पर सवाल खडे़ किए। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जितना कूडा जनरेट होता है, उसका हम सही मैनेजमेंट नहीं कर पा रहे। पूरे देश में 4100 शहरों में कूडे़ के ढेर हैं और पैसे होने के बावजूद उसे नहीं उठा पा रहा, इसका क्या कारण है। इन कूड़ों के ढेर से मिटटी पोल्यूट हो रही है और इससे ग्राउंड वॉटर पोल्यूट हो रहा है। कार्यक्रम में जस्टिस प्रीतम पाल, पीएयू के वाइस चांसलर डा. बलदेव सिंह ढिल्लों, पीपीसीबी के चेयरमैन सतविंदर सिंह मरवाहा, इंकम टैक्स के चीफ कमिश्नर बीके झा डीसी प्रदीप अग्रवाल, पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल, निगम कमिश्नर केपी बराड़, एनजीटी मेंबर व पूर्व पीपीसीबी मेंबर संत सीचेवाल खास, ममता आशू भी मौजूद थे। इस दौरान जस्टिस गोयल ने कईं चीजों पर सवाल खडे़ करते कहा कि जितना वेस्ट पूरे देश में जनरेट हो रहा है, उसमें से केवल 20 से 25 फीसदी वेस्ट ही ट्रीट हो रहा है। ऐसा ही हाल सीवरेज का है। केवल 37 फीसदी सीवरेज जनरेशन की कैपेस्टी है और बाकी का सीवरेज वॉटर बॉडी में गिर रहा है। उन्होंने कहा कि एसटीपी बनाना बड़ा महंगा सिस्टम है। उन्होंने कहा कि 73 फीसदी सीवरेज काे एसटीपी के जरिए निवारण करना बेहद महंगा व लंबी प्रकि्रया है। उन्होंने कहा कि हमें इन दोनों ही वेस्ट को मैनेज करने में सक्षम हैं। इस अवेयरनेस कार्यक्रम में सभी जागरुक करते कहा कि पूरे देश में 122 बडे़ स्तर पर एयर पोल्यूटिड सिटी हैं और 100 पोल्यूटिड इंडस्ट्रियल कलस्टर है। जस्टिस गोयल ने सब के साथ एक बात सांझा करते कहा कि आज लुधियाना पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल से बात हुई तो मैंने कहा कि आप जो लॉ एंड आर्डर काे मेनटेन रखने का काम करते हो, आप मर्डरर को पकड़ सकते हो, जो मर्डर पर्यावरण से हो रहा हैं, क्या उन्हें पकड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा न होने से लाखों लोग मर रहे हैं। अगर दस लाख लोग मर रहे हैं और जिन दस लोगों की वजह से वे मर रहे हैं, क्या उन्हें पकड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि अभी सजा का सिस्टम कामयाब नहीं है। इस सेमिनार के जरिए किसानों ओर लोगों को जागरूक किया गया और इस पर विचार-विमर्श भी किया गया । इस दौरान जस्टिस आदर्श कुमार गोयल चेयर पर्सन एनजीटी ने कहा कि प्रदूषण की रोकथाम के लिए और फैक्ट्रियों से निकलने वाले वेस्ट के ट्रीटमेंट के लिए उन्होंने अब सख्त कदम उठाए हैं उन्होंने कहा कि यह काम कोई एक व्यक्ति नहीं कर सकता इसलिए सबको एक साथ मिलकर चलने की जरूरत है उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई गलती करता है तो उस पर सख्त एक्शन लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार सख्त हुई है लेकिन अभी और भी सख्त होने की जरूरत है। वे गंगा के प्रदूषण को लेकर चिंतित दिखे। इस मौके पर वातावरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि आज प्रदूषण हमारी एक बड़ी समस्या है उन्होंने कहा कि अदालत ने इस पर सख्त फैसला लिया है और अब जो भी प्रदूषण फैलाएगा उस पर सख्त कार्यवाही होगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रदूषण के मुद्दे पर लुधियाना नगर निगम की कोई भी गलती सामने आएगी तो उसमें अगर कोई भी अफसर शामिल है तो वह बख्शा नहीं जाएगा। इस अवेयरनेस कार्यक्रम में लुधियाना मेयर के शामिल ना होने पर भी उन्होंने कहा कि ये उनका निजी फैसला है। इस अवसर पर एडिशनल कमिशनर ऋषि पाल सिंह, कांग्रेस के सीनियर नेता अश्वनी शर्मा पूर्व कौंसलर हेमराज अग्रवाल, कौंसलर राशि अग्रवाल, कौंसलर परविंदर लापरां, पीपीसीबी लुधियाना के चीफ इंजीनियर गुलशन राय, चीफ इंजीनियर प्रदीप गुप्ता, एसई संदीप बहल, एसई बीएंडआर प्रवीण सिंगला, एसई ओएंडएम राजिंदर सिंह, एसई ओएंडएम रविंदर गर्ग, एसई आर गाेयल, एक्सईन गुरबख्शीश सिंह गिल, परमजीत सिंह, कारोबारियों में अशोक मक्कड़, बॉवी जिंदल, रजत सूद, पवन कुमार व अन्य मौजूद थे।